Ritika

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इस प्यार को क्या नाम दू?

आस्था को जानवी पर शक था इसलिए वो जानवी से पूछ ही लेती है .... आस्था - अरे वाह दी, आज पहली बार आप अवनि दी की साइड ले रहा हो, ये अचानक से हृदय  परिवर्तन  कैसे हुआ????? जानवी -  इसका क्या मतलब हुआ, वो मेरी भी बहन है!! इस पर किरण जी दोनों को लताड़ते हुए कहती है " अरे चुप करो दोनों , अपने इस भाईचारे  की पट्टी हटाओ और देखो तुम्हारी बहन किया क्या है, समाज मे कहीं मुँह दिखाने काबिल नहीं छोड़ा, अरे पतानहीं कैसे फूटे कर्म थे हमारे जो ऐसी बजलन  लड़की हमारे पल्ले पड़ी!!!

जानवी - माँ बस करिये, इसमें अवनि की कोई गलती नहीं है, और इस बारे मे अब घर मे कोई बात नहीं होगी!!! ये कहकर जानवी गुस्से मे अपने कमरे मे चली जाती है, किरण जी भी उसके इसके बदले  रूप को देख हैरान थी.....!!!! तभी अवनि के मामा महेश शर्मा के फ़ोन पर एक unknown no. से कॉल आता है!!! ज़ब वे कॉल पिक करते है तब उन्हें पता चलता है  कि ये कॉल अभिमन्यु के घर से था, अभिमन्यु कि दादी उनसे खन्ना मेंशन आने कि रिक्वेस्ट करती है, और वो भी आने के लिए हामी भरते है!!! महेश जी किरण जी को फ़ोन पर  हुयी सारी बात बताते है , तो किरण जी वहाँ जाने से साफ इंकार कर देती है और कहती है "" उस लड़की से मेरा कोई  सम्बन्ध नहीं,   वो तुम्हारी ज़िम्मेदारी है तुम्हे जो ठीक लगे वो करो!!!! किरण जी के आगे पहले भी कभी महेश जी कि नहीं चली तो अब क्या चलती!! इसलिए वो  अकेले ही वहाँ चले जाते है..!!! दादी और विहानी उनकी अच्छे से खातिरदारी करते है,,, और दादी उन्हें समझते हुए कहती है "" देखिये बेटा हमारे बच्चो ने गलती तो कि है लेकिन अब कर भी क्या सकते है, समझदारी इसी मे ही कि हम इनके रिश्ते को एक्सेप्ट कर दे!!!

महेश जी - आप ठीक कह रही है माँ जी!! अवनि और अभिमन्यु  भी वहीँ खडे थे महेश जी अवनि के पास जाते है और उन्हें सर पर हाथ फेरते हुए कहते है  " अपना ख्याल  रखना बेटा, ""! कहना तो वो बहुत कुछ चाहते थे लेकिन ये सोच कर चुप हो गए कि उन्होंने कभी अवनि का स्टैंड नहीं लिया, अपने आँखों के सामने ऊपर होते ज़ुल्म को देखते रहे, अब उन्हें कुछ कहने का हक है भी या नहीं ""! खैर वो घर से जाने ही लगे थे कि नीलम. जी उन्हें वहाँ रोक देती है और कहती है "" ओह तो आप है अवनि के पापा "!! जिस पर वो जवाब देते है कि अवनि उनकी भांजी है, और अवनि के माँ पापा इस दुनिया मे नहीं है, लेकिन इस बात का कोई फर्क नीलम जी पर नहीं पड़ता और वो उन्हें भला बुरा सुनाने लगती है, उनकी परवरिश मे खोट बताने लगती है!!दादी उन्हें रोकने कि कोशिश करती है पर उस वक्त उनका गुस्सा सातवे आसमान पर था!!! अवनि ये सब देख दुखी थी, इसलिए वो सामने आती है और नीलम जी कहती है "" बस करिये मैम  जो भी किया है मेने किया है, आप इन्हे कुछ मत कीजिये!!!

नीलम जी - ठीक है कुछ नहीं कहती, तुम्हे यहाँ से ले के चले जाये सारी प्रॉब्लम solve हो जाएगी!!! किसी तरह दादी नीलम जी को समझती है और उन्हें अपनी कसम दे कर वहाँ से जाने के लिए कहती है !!! और महेश जी से भी माफ़ी मांगती है, जिस पर महेश जी कहते है कि उन्हें बुरा नहीं लगा क्योंकि वो समझ सकते है कि अभी उन पर क्या बीत रही है ""!! ये कहकर वो वहाँ से चले  जाते है....!!!

विहानी - मुझे लगता है सबको अब आराम करना चाहिए, मैं खाना सबके कमरों मे भिजवा दूंगी!!!!

दादी - हाँ बेटा तू सही कह रही आज काफ़ी थकान हो गयी है , अभिमन्यु जा पुत्तर अवनि को उसका कमरा दिखा!!!

अभिमन्यु - देखा तो है इसने और कितना दिखाऊ!!!

दादी - ओये ऐसा नहीं बोलते, तेरी बीवी है तू ले के जा! अभिमन्यु - ok fine चलो!!! कमरे मे, अवनि अभिमन्यु से ऊँची आवाज़ मे. कहती है" ये सब आपकी वज़ह से हो रहा  है, आपको मुझसे प्रॉब्लम. थी तो मुझे सज़ा देते "%!

अभिमन्यु - ओह दर्द हुआ, आज मेरी माँ ने तुम्हारे मामा को  कुछ सुना दिया तो तुम्हे इतना दर्द हुआ तो सोचो जो तुमने किया उस से मेरे और मेरे परिवार को केसा लगा होगा, और जहाँ तक बात रही तुम्हे सज़ा देने कि तो आज तुम्हारी आँखों मे दर्द देख मुझे सुकून मिल रहा है, और अभी तो ये शुरुआत है आगे आगे देखो होता है क्या, तुम्हे तुम्हारी ही नज़रो मे गिराना है!!

अवनि - हाँ हुयी मुझे तकलीफ, नहीं देखा जा रहा था मुझसे जो अभी नीचे हुआ पर अफ़सोस आपको कुछ नज़र नहीं आ रहा तभी तो आपको अपने माँ पापा दर्द नज़र नहीं आ रहा जो आपने उन्हें दिया है ये शादी करके!

अभिमन्यु अवनि को खींच कर अवनि को ऋषभ के कमरे मे ले  जाता है, जहाँ रिषभ कुछ toys के साथ खेक रहा था "" देखो क्या बना दिया है तुमने इन्हे, और इनकी तकलीफ के आगे घरवालों की नाराजगी तो कुछ भी नहीं है, और हाँ एक और बात जिस शादी से तुम्हे शिकायत है फ़िक्र मत करो वो परमानेंट नहीं है, तुम्हारे साथ मे. अपनों पूरी ज़िंदगी नहीं बिताने वाला....... चलो अब यहाँ से!!!

अवनि - मुझे भी आपके साथ रहने का कोई शोक नहीं है!! कुछ देर मे उनके कमरे मे खाना भी आ जाता है,सुबह से भूखी  अवनि जैसे ही खाने के निवाला लेने वाली होती है उसी वक्त अभिमन्यु  उसके खाने मे पानी डाल देता है, और smile करते हुए कहता है oops ये मेने जान बूझ कर ही किया है!!!!

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7 Comments

Rupesh Kumar

18-Dec-2023 07:41 PM

Nice

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Khushbu

18-Dec-2023 05:06 PM

Nyc

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kashish

17-Dec-2023 09:21 AM

👍👌

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